NACH मैंडेट कैसे काम करता है? ! 2023 में आयेंगे काम !
आपने कभी ना कभी हर महीने की क़िस्त देने के लिए NACH मैंडेट जरुर Sign किया होगा! आइये जाने NACH मैंडेट कैसे काम करता है ! कभी भी अगर आपने लोन क्या हो या कोई ऐसी भुगतान जिसे आप हर महीने करते है
तो इसके लिए आपने NACH Form Sign जरुर किया होगा! इससे आपका वो भुगतान हमेशा उसी तारीख में आपके खाते से हो जाता है ! आज बैंकिंग लेन देन में NACH का बहुत बड़ा योगदान है, कुछ समय पहले ये Cheque के जरिया जाता रहा है !
NACH मैंडेट कैसे काम करता है
जब आप किसी भी क़िस्त के लिए NACH Sign करते है ! तो आप उस लैंडर या जहाँ भी आप हर महीने भुगतान करना चाहते है,उन्हें आप मंजूरी देते है की हर महीने मेरे खाते से इतने पैसे इस User को दे दिया जाए !और Bank उसी तारीख में हर महीने आपने खाते से पैसे निकाल कर पाने वाले के खाते में जोड़ देता है !
आप IMPS,NEFT, और UPI का इस्तेमाल करते है ! उसी तरह से NACH भी एक Banking Tool है जिसके जरिये बार बार पैसे भेजने के लिए मंजूरी नहीं देनी होती !
NACH मैंडेट का क्या मतलब है?
National Automated Clearing House ये Imps, Neft और Upi की तरह एक Banking Payment Tool है ! जिसे NPCI ने साल 2017 मार्च में Launch किया है! NACH की मदद से बैंक को बार बार User से ये Permission नहीं लेनी होती ! पैसे के लेन देन के लिए !
NACH मैंडेट कैसे करते है
अगर आपको NACH मैंडेट करना है तो इसके लिए दो अलग अलग प्रक्रिया है पहला Offline और दूसरा Online
Online – बहुत से लोन और निवेश के किस्तों को जमा करने के लिए NACH उपलब्ध है जिसे सिर्फ NACH Option में जा कर सिर्फ आधार OTP और Internet Banking के जरिये ! Validate करना होता है !
Offline – यहाँ दूसरा Option है किस्तों में भुगतान करने के लिए आपसे पाने वाला एक NACH Form Sign करवाता है ! उस Form में राशि होती है जितना भुगतान करना है उस Form पर आपको हस्ताक्षर करना होता है !जो आप Banking के लिए इस्तेमाल करते है !
NACH मैंडेट के फायदे क्या है ?
- पाने वाले को एक बार NACH मैंडेट Sign करवाना होता है ! जिससे की क़िस्त पूरी होने तक पैसे खाते में आते रहते है !
- क़िस्त जमा करने के लिए बार बार मेहनत नहीं करनी होती ! एक बार NACH मैंडेट Sign करना होता है !
- आपके CIBIL को भी Support मिलता है ! जिससे की Loan मिलने में आसानी होती है !
NACH मैंडेट RTN Charge कितना है
आपने कोई भी NACH मैंडेट Sign किया है ! चाहे वो ऑनलाइन हो या ऑफलाइन आपको इसके ऊपर जरुर ध्यान देना चाहिए,
क्योंकि Bouncing Charge आपको 500 और 18% GST शुल्क बैंक को देना होता है !और ये जितनी बार Bounce होगा उतनी बार आपको शुल्क देना होते है !
ECS क्या होता है
जब आप NACH मैंडेट Sign करते है तो भुगतान करने के लिए बैंकिंग System ECS इस्तेमाल करता है ! ECS को Electronic Clearing System कहते है जिसे RBI ने बैंकिंग के लिए Introduce किया है !
ECS और NACH में क्या अंतर है ?
जैसा आज कल लगभग लेन देन Internet Banking के जरिये होता है और NACH API Based Activation होता है जिससे की NACH के लिए किसी भी Sign की जरुरत नहीं होती और ये 7 दिनों के भीतर Active हो जाता है
वही ECH जो की थोडा पुँराना Clearing System है ! जिसके लिए भुगतान करने वाले का SIGN होना जरुरी है जो बैंकिंग के लिए इस्तेमाल किया गया हो, ये Process थोडा धीमा होता है